Thursday, 28 February 2013
Makhdoom's sahibs 'Raat bhar deeda-e-namnaak..'
मख़्दूम की नज्म ~
✿ इंतजार✿
♡⊰✿ ♡⊰✿♡⊰✿♡⊰✿
रातभर दीद-ए-नमनाक में लहराते रहे
साँस की तरह से आप आते रहे जाते रहे ।
ख़ुश थे हम अपनी तमन्नाओं का ख़्वाब आएगा
अपना अरमान बर अफ़गंदा नक़ाब आएगा ।
नज़रें नीची किए शरमाए हुए आएगा
काकुले चेहरे पे बिखराए हुए आएगा ।
आ गई थी दिले मुज़तर में शकेबाई -सी
बज रही थी मेरे ग़मख़ाने में शहनाई-सी ।
पत्तियाँ खड़कीं तो समझा के लो आप आ ही गए
सजदे मसरूर के मसजूद को हम पा ही गए ।
शब के जागे हुए तारों को भी नींद आने लगी
आपके आने की एक आस थी अब जाने लगी ।
सुबह के सेज से उठते हुए ली अँगड़ाई
ओ सबा तू भी जो आई तो अकेली आई ।
मेरे महबूब मेरी नींद उड़ाने वाले
मेरे मसजूद मेरी रूह पे छाने वाले ।
आ भी जा ताके मेरे सजदों का अरमाँ निकले
आ भी जा, ताके तेरे क़दमों पे मेरी जाँ निकले ।
♡⊰✿ ♡⊰✿♡⊰✿♡⊰
नीदा फाज़ली का गीत-(फिल्म तमन्ना)
♡⊰✿ ♡⊰✿♡⊰✿♡⊰
रात भर दीदाए नमनाक में लहराते रहे
सांस की तरह से आप आते रहे जाते रहे
शब के जागे हुए तारों को भी नींद आने लगी
आपके आने की इक आस थी अब जाने लगी
हम तो समझे थे तमन्नाओं का ख्वाब आएगा
नज़रें नीची किए शरमाए हुए आएगा
काकुलें चेहरे पे बिखराए हुए आएगा
पत्तियां खड़की तो हम समझे कि आप आ ही गए
https://youtu.be/yITCIKR8s48
सजदे मसजूद के माअबूद को हम पा ही गए
सुबह ने सेज से उठते हुए ली अंगड़ाई
अय सबा तू भी जो आई तो अकेली आई
मेरे महबूब मेरे होश उड़ाने वाले
मेरे मसजूद मेरे रूह पे छाने वाले
आ भी जा ताकि मेरे सजदों का अरमां निकले
आ भी जा ताकि तेरे कदमों पे मेरी जां निकले।
Bawra Man Dekhne Chala Ek Sapna....mesmerised each time i hear it.....बावरा मन देखने चला एक सपना
Bavra Mann Dekhne Chala Ek Sapna
Bavre Se Mann, Ki Dekho Bavri Hain Baatein
Bavri Se Dhadkaane Hain, Bavri Hain Saansen
Bavri Si Karwaton Se, Nindiya Door Bhaage
Bavre Se Nain Chaahe, Bavre Jharokhon Se, Bavre Nazaron Ko Takna.
Bavra Mann Dekhne Chala Ek Sapna
Is Sayani Bheed Main Bas Haathon Mein Tera Haath Ho
Bavri Si Dhun Ho Koi, Bavra Ek Raag Ho
Bavri Si Dhun Ho Koi, Bavra Ek Raag Ho
Bavre Se Pair Chahen, Baavron Tarano Ke, Bavre Se Bol Pe Thirakna.
Bavra Mann, Dekhne Chala Ek Sapna
Bavra Sa Ho Andhera, Bavri Khamoshiyan
Thartharati Low Ho Maddham, Bavri Madhoshiyan
Bavra Ek Ghooghta Chahe, Haule Haule Bin Bataye, Bavre Se Mukhde Se Sarakana,
Bavra Mann, Dekhne Chala Ek Sapna
बावरा मन देखने चला एक सपना बावरे से मन की देखो बावरी हैं बातें बावरी से धड़कने हैं, बावरी हैं साँसें बावरी सी करवटों से, निंदिया दूर भागे बावरे से नैन चाहे, बावरे झरोखों से, बावरे नजारों को तकना बावरा मन देखने चला एक सपना बावरे से इस जहाँ मैं बावरा एक साथ हो इस सयानी भीड़ मैं बस हाथों में तेरा हाथ हो बावरी सी धुन हो कोई, बावरा एक राग हो बावरे से पैर चाहें, बावरें तरानो के, बावरे से बोल पे थिरकना बावरा मन देखने चला एक सपना बावरा सा हो अंधेरा, बावरी खामोशियाँ थरथराती लौ हो मद्धम, बावरी मदहोशियाँ बावरा एक घुंघटा चाहे, हौले हौले बिन बताये, बावरे से मुखड़े से सरकना बावरा मन देखने चला एक सपना
"Dard Minnat Kash-E-Dawa Na Hua "
Dard Minnat Kashe-Dawa Na Hua
Main Na Acha Hua, Bura Na Hua
Jama Karte Ho Kyon Raqibon Ko
Ik Tamasha Hua Gila Na Hua
Ham Kahan Qismat Azmane Jayen
Tu Hi Jab Khanjar Azma Na Hua
Kitne Shirin Hain Tere Lab K Raqib
Galiyan Khak Bemaza Na Hua
Hai Khabar Garm Un K Ane Ki
Aj Hi Ghar Mein Boriya Na Hua
Kya Wo Namard Ki Khudai Thi
Bandagi Mein Mera Bhala Na Hua
Jan Di, Di Hui Usi Ki Thi
Haq To Yun Hai K Haq Ada Na Hua
Zakhm Gar Dab Gaya Lahu Na Thama
Kam Gar Ruk Gaya Rawa Na Hua
Rahzani Hai K Dilsitanee Hai
Lek Dil, Dilsitan Rawa Na Hua
Kuch To Parhiye K Log Kahte Hain
Aaj ‘Ghalib’ Gazalsara Na Hua
By Mirza Ghalib